निशी अनल 9 NOV 2021 AT 15:12 अपने भावों को एहसासों को व्यापारमत बनाओ...आस्था को आस्था ही रहने दो बाजारमत बनाओ। - UjjWal KumAr MisHra 7 JUL 2020 AT 15:35 घर सारे बाज़ार हुएरिश्ते सारे व्यापार हुएजो खरीद सके ना बेच सकेमेरी तरह बेकार हुए - ritusumitamit/ RSA 26 DEC 2020 AT 8:40 वो जिसे तेरी चाहत बेशुमार है यकीनन वो व्यापार हैकल तुमसे कहा था आज तेरी सहेली से प्यार हैवो हर दिन नए को जानता हैउसे बस जिस्मों का खुमार हैवो जो भी बताया है उसकासब उसका झूठा संसार हैमैं दोस्त के नाते सच बता रहा हूं बाकी तुम पर तुम्हारा पूरा अधिकार है - Anuup Kamal Agrawal 29 JUL 2018 AT 4:47 प्रेम प्रेम ही होता है, समझो न इसे व्यापारबेच कर खुद को भी, खरीद न पाओ प्यार - Shubhi Khare 1 JUL 2017 AT 8:46 व्यापार की बारीकियाँ उस औरत से पूछो,दिन को बल दिखा हज़ार गैर पुरुषों में इज़्ज़त कमाती है,रात को अबला बन, एक अपने के हाथ वही इज़्ज़त गवाती है! - Anuup Kamal Agrawal 9 FEB 2018 AT 16:37 ढाई से वो चार हो गयाप्रेम अब व्यापार हो गया - Anuup Kamal Agrawal 14 FEB 2018 AT 15:40 जो कहीं नहीं मिलताउसे ही लोग ढूँढते हैंऔर जिसे लोग ढूँढते हैंउसी का व्यापार चल पड़ता है।जैसे कि प्रेम और ईश्वर।शायद दोनों एक ही हैं। - Mayank Tiwari 27 SEP 2020 AT 1:09 बड़े अजब से रंग हैं इस जमाने मेंकई तरह के किस्से हैं पैसा कमाने मेंजितना गम नशा उतना ही ज्यादा हैशराब नही आँसू बिकते हैं मयखाने में। - Ganesh Tanwar 17 JUL 2020 AT 13:59 शिक्षा बनी अब व्यापार है,गरीबों की ली इसने जान है।पहले मिलता था वो ज्ञान है,अब पैसों में बिका हर शिक्षक का अभिमान है।अब की शिक्षा में ना मिलता संस्कार है,क्योंकि गावो में शिक्षा की स्थिति बहुत बेकार है। - B Pawar 12 JAN 2022 AT 20:48 जो भी बिकनी थी वो शौक से बिकी।जो सस्ती थी पहले बिकीजो महंगी थी बिकती रही।जो बिकती नही थीवो नुमाइशी हो गयी।और जो बेशकीमती थीवो तिजारत में न लगी। -