Antra 24 OCT 2019 AT 18:07 तुम्हारे जिस "हिस्से" को मैं लिख नहीं पाती,लोग उसे तसल्ली से मुझमें पढ़ते हैं। - Roli Abhilasha 26 NOV 2019 AT 23:47 थमा गया मेरे हाथ में वो कोरा काग़ज़शर्त ये है कि इसे पढ़ना है मुझे - Anuup Kamal Agrawal 9 JUL 2021 AT 5:55 लिख वही पाता हैजो या तो भरा होता हैया फिर खाली।मैं लिख नहीं पाता,क्योंकि न तो पूरा भरा हूँन ही पूरा खाली। - Ganesh Tanwar 6 MAY 2020 AT 0:05 पंख नहीं है फ़िर भी उड़ना चाहता हूं,शब्द नहीं हैं फ़िर भी लिखना चाहता हूं। - Anuup Kamal Agrawal 8 DEC 2018 AT 2:43 अपना दर्द जिस कोरे कागज़ पर लिखता थादुश्मनों में अख़बार बन कर बिकता थाजिसे सिखाता दोस्ती के मायने मैंदोस्त वो दो चार महीने ही टिकता था - Anuup Kamal Agrawal 19 JAN 2019 AT 1:17 स्त्रीतुम न पूरी तरह से लिखी जा सकती होन पढ़ी जा सकती होन ही समझी जा सकती हो।ये अधूरापन हीबनाता है तुम्हेंस्त्री पूर्णतः। - Arun Kumar 29 APR 2020 AT 11:52 कोरोना में पढ़ाई-लिखाई रूकें नहमारा हिन्दुस्तान किसी के आगे झुके न - Amol Gade 26 JUL 2018 AT 9:00 जिंदगी ज़ख्म तो लाखों देती हैं, बस कौन सा ज़ख्म आप दिल पे लेते हों वहीं से एक नई कहानी लिखी जाती हैं। - Harshwardhan Biyani 25 SEP 2018 AT 21:18 अग्नि, नभ, भू, जल और वायु, कितना कुछ था लिखने को, परमेरे पंचतत्वों में क्या था कि, बस मैंने तेरा नाम लिखा। - Anuup Kamal Agrawal 7 DEC 2018 AT 19:46 "तुम इतना छोटा छोटा क्यों लिखते हो?""साँसे भी कम हैं और शब्द भी।" -