यहाँ बनती-बिगड़ती हैं हर पल नई कहानियाँ कई साहूकार ज़मीन पर रातों रात आ जाते हैं ये सादत हसन मंटो की लिखी हुई एक सच्चाई है ' हीरा मंडी लाहौर ' के नाम से ये अफ़साने पहचाने जाते हैं....... हर मोड़ हर पल यहाँ अच्छे अच्छे पागल हुए नज़र आते हैं..... ये छिपे हुए क़िरदार फ़िर अफ़सानों के पन्नों पर चढ़ जाते हैं .... बिक जाते हैं अच्छे-अच्छे एक बार जो इस ' हीरा मंडी लाहौर ' की क़ैद में आते हैं