QUOTES ON #रोज़

#रोज़ quotes

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25 AUG 2019 AT 13:18

हर दिन जशन मनाने लगा,
मैं मुश्किलों में मुस्कुराने लगा,
मुझे क्या रुलायेगी गुलशाद ज़िन्दगी,
मैं रोतो को हंसाने लगा,
हर दिन जशन मनाने लगा,
और हँसना या रोना तो महज़ दिखावा है,
जो दिख रहा है वो कुछ दिन का
बस वक़्त का पहनावा है,
ये चलते वक़्त के बुलबुले है फूट ही जायेंगे,
फिर नए बुलबुले नया वक़्त दौर नया बनाएंगे,
इसलिए मैं हर पल को
दिलसे जिये जाने लगा,
मैं मुश्किलो में मुस्कुराने लगा,
हर दिन जशन मनाने लगा।

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18 MAY 2018 AT 9:26

ज़िन्दगी रमज़ान है और उस पर ईद का चाँद है तू,
अब तेरी ख़ातिर रोज़े से रहें, या के रोज़ जैसे रहें..

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7 FEB 2019 AT 13:24

महकते हैं हर रोज
तेरी यादों के रोज़
चुभते हैं हर रोज
तेरे वादों के रोज़

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8 JAN 2020 AT 12:05

अब हर रोज़ पल-पल ख़त्म होता देख रहे हैं, मुझे मेरे अपने
वो भी मुझे देख मेरी ही तरह, नकली मुस्कुराना सीख चुके हैं

- साकेत गर्ग 'सागा'

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22 APR 2018 AT 1:55

बेटा अपने ठिकाने को अब घर नहीं कह पाता,

पर

बेटा अब हर रोज़ अपने घर भी नहीं आ पाता ।

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8 JUL 2019 AT 12:16

ज़रा उजाला दिखाती है, फिर घना अँधेरा ले आती है
ज़िन्दगी हर रोज़ मुझे, कुछ यूँ 'नाशाद' कर जाती है

- साकेत गर्ग 'सागा'

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6 NOV 2019 AT 15:13

इख़्तिताम हो इस आज़ार का, के अब और सहा नहीं जाता
जी तो रहा हूँ मैं हर रोज़, पर अब हर रोज़ जीया नहीं जाता

- साकेत गर्ग 'सागा'

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9 OCT 2020 AT 15:11

दर्द आज भी मेरे साथ है

टूटी जरूर हूँ

पर जुड़ने की वजह बहुत है मेरे पास

मंजर पर चाेटे बहुत है

पर जुनून भी कम नही मेरे पास

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5 AUG 2019 AT 1:51

रोज़-रोज़ मैं माँगू
तुझसे माँगू
क्या-क्या मैं माँगू
क्यों मैं माँगू
ऐ ख़ुदा

सुन
तू तो बस
अब मुझे
जो भी दे दे
जैसे भी दे दे

'बेहिसाब' दे दे

- साकेत गर्ग 'सागा'

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5 MAR 2018 AT 20:02

दिल में होती थी जो रोज़ वो बात नहीं आयी ,
सुबह से तुझे याद करने की याद नहीं आयी !

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