YQ Sahitya 17 MAR 2019 AT 17:32 'होली उत्सव'होली आयी रे कन्हाईरंग छलके सुना दे ज़रा बाँसुरीछुटे ना रंग ऐसी रंग दे चुनरियाधोबनिया धोये चाहे सारी उमरियामोहे भाये ना हरजाईरंग हलके सुना दे ज़रा बाँसुरी - Khushbu 10 DEC 2019 AT 19:21 पाक़ीज़ा मोहब्बत को दुनिया याद रखती है.......इसलिए मंदिरो मे रुक्मिणी नहीं कृष्ण के साथ राधा होती है... - Ms. perfect 😎 23 AUG 2019 AT 16:24 न जाने क्यों खुदा ने, तेरी आहट से -वाकिफ कराया..जब तुझे, उसने मेरी -लकीरों से ही नहीं मिलाया..!तू कृष्णा, बन -बांसुरी बजाता रहा "मेरे लिए",मैं राधा, बन हो गई -किसी और की "तेरे लिए"..!! - Shreya Srivastava 3 OCT 2019 AT 0:25 ना पता उस प्रेम की वो जीत थी या हार!रुक्मणी संग ब्याह रचाएपर राधा नाम जग विस्तार।।राधा नाम बिन अधूरे है मोहनजिनके प्रेम मेंमीरा भी थी जोगन।।ना पता उस बरसाने वाली कीवो प्रीत थी या प्यार!!राधा नाम संग मोहन हुएछोड़ा जग संसार।।। - Shaurya pandit 30 MAY 2021 AT 9:19 तन मन धन रख लीजिए , मोसे नैना मिलाइकनैना मिलाइके ,नैना मिलाइकेदरस गजब दे दीजिए मोसे नैना मिलाइके।"लगन लगी ऐसी लगी रंग गया मोहन रंगजो चाहो ले लीजिए रखो चरणों के संग।"मैं तो चाहूं कान्हा रंग रंगवा कान्हा रंग रंगवा-2श्यामल रंग रंग दीजिए मोसे नैना मिलाइके।चरणामृत का मदवा पिलाइके मदवा पिलाईके-2भक्ति में पागल कर दीजिए मोसे नैना मिलाइके।हरी हरी पगड़ी पीला पीला पटका पीला पीला पटका-2बंशी समझ रख लीजिए मोसे नैना मिलाइके।तन मन धन रख लीजिए मोसे नैना मिलाइकेनैना मिलाइके नैना मिलाइकेदरस गजब दे दीजिए मोसे नैना मिलाइके। - Love Ki Pathshala 9 OCT 2020 AT 20:23 गूँज भी तुम,स्वर भी तुम,मैं तो एक बेजान बाँसुरीएक साँस दो तुमतो गुनगुना उठूँ मैं...!! - Durga Manek 11 JUN 2019 AT 23:19 मेरी बातों पर तेरी धड़कनों की सरगम,पायल की छन छन सुनाई पड़ती है..और मैं ख़ुद को कान्हा समझने लगती हूँ.. - दि कु पां 24 OCT 2021 AT 7:42 कहां जी कृष्ण भी रूक्मणी के प्यार को कहां भुला पाएं थे..रूक्मणी का अधिकार राधा को न दे पाए थे.. - Durga Manek 2 JAN 2020 AT 22:57 ग़र परख लिया हो तुमने हमारी प्रीत को कान्हा बनकर, मैं अब सीता बनकर अपने राम की परछाई बनना चाहती हूँ - सत्यम पाण्डेय 🕊️ 10 NOV 2019 AT 16:06 खुदहि गुज़रिया नाँचे, गावै, संग नचावे श्याम,भोरी भारी बन मैया सो मोय करत बदनाम. -