Pankaj Soni 27 JUN 2017 AT 15:35 मैं इश्क़ हूँ, तू प्रेम हैं!मैं बदतमीज हूँ, तू तहज़ीब हैं!! - Anil Mishra 5 OCT 2020 AT 1:52 कहानियां जो छप गईंवो दौलतों में बिक गईंऔर कुछ हैं राह परछपने की ही चाह पर - Prahlad Singh Chouhan 2 AUG 2021 AT 1:20 अक्सर मिलते हैं हम उनसे ख्वाबों में,जाने कब रूबरू होंगे,औऱ मुलाकात होगी।यही सोच-सोच के दिल घबराता है की,उनके आने पर कैसी हसीन वो शाम होगी।। - Arunanksha 13 JUN 2021 AT 9:32 🍁अन्ततः रद्दियों के भाव बिक गया ईमान,कभी जिसे पढ़कर था वो बना आज इंसान। - Poonam Siyagt 15 OCT 2021 AT 21:35 "*"रद्दी किताब का सफ़र"*" 🤗*रद्दी सी हो गई है जिंदगी*🤗 💛*कोई टिप्पणी तो लिखो*💛 🤗*जिंदगी नहीं कम से कम*🤗 💛*गंदगी समझ कर*💛 🤗*इस रद्दी किताब को पढ़ो*🤗 - Akkadeewana My love 5 JUN 2020 AT 18:33 क्यों मेंरी किस्मत कैसी मेरी तकदीर हो गयी इतने खत भेजे महबूबा को की वो रद्दी बेच बेच कर अमीर हो गयी - Pen's Pearl 1 FEB 2019 AT 22:52 सब का हिसाब किताब संभालते हुएरद्दी में पड़ी रफ कॉपी सा हो गया हूँ...🔣 -