सँजोये प्यार धागे में देखो,
बहन का दुलार आया है,
एक भाई दूर है बहन दूर है,
उस पार से उसका दुलार आया है,
कही सुनी ना रहे मेरे भाई की कलाई,
हर बहन का भाई को प्यार आया है,
कैसा अनमोल बंधन है कलाई के धागें का,
कि उम्र बढ़े कद बढ़े सलामत रहे जहान उसका,
हर बहन की जुबा से भाई को ये प्यार आया है,
ये बंधन नही है सिर्फ़ एक धागें का,
रक्षाकवच के रूप में बहन का प्यार आया है,
सलामत रहे हर बहन के भाई की कलाई,
सलामती को रक्षाबंधन का त्यौहार आया है।
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