फरिश्ते जमीं पर भी होते है, यकी मानो,
मोहब्ब्त रूह से भी होती है, यकी मानो,
अगर बेबस हो किस्मत के किये कारनामो से
किस्मत भी पलटती है एक दिन, यकी मानो,
सच्चाई के पथ पर चलना थोड़ा कठीन है
ठोकरे लगेंगी इस पथ पर हज़ारों,
सीखोगे जिंदगी में आगे बढ़ना इन्ही से
बन जाओगे हज़रत-ए-इंसान, यकी मानो,
जो सोचते हो तुम वो कर सकते हो
हथियारों के बिना भी लड़ाई लड़ सकते हो,
होगे कामयाब एक दिन इस जंग में
ये मैं नही जमाना कहता है, यकी मानो,
हार से विचलित होना लाजमी है
मगर संघर्षो से थोड़ा भी मत भागो,
जीत पड़ी मिलेगी कदमो में एक दिन
ये मैं दावे से कह रहा हूँ, यकी मानो।
-