स्कूल ...मेरी स्कूल ..
क्या कहूँ मैं स्कूल के बारे में ..
मंदिर से भी पवित्र वास्तविकता से भी बेहतरीन ,
जीवन में आगे बढ़ने की चाह में यहाँ है सब छात्र तल्लीन ।
बेहतर जीवन और सही पढ़ाई के लिये हम करते है यहाँ प्रार्थना ,
शिक्षकों के मुस्कुराते चेहरे से मिलती है यहाँ हर किसी को प्रेरणा ।
अध्यापकों की कोशिशों से निखरता यहाँ भविष्य हमारा ,
कड़ी मेहनत करके हम चुकाये कर्ज़ ये फर्ज़ है हमारा ।
अनुशासन को बनाए रखना स्कूल परिसर को साफ रख़ना निश्चय हो हमारा ,
तभी हो पायेगा सच्चा और ईमानदार हर बच्चा इस जहाँ का ।
नसीब में हर किसी के नहीं लिखा होता स्कूल में जाना ,
आओ किसी अनपढ़ को साक्षर बनाने का ढ़ूँढ़े कोई बहाना ।
स्कूल जाना जीवन में है कितना जरूरी ये है सब को समझाना ,
हर बच्चे को स्कूल हो नसीब ऐसा कुछ करके है जीवन को सार्थक बनाना ।
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