थोड़ी सी लड़ाई,
थोडा सा प्यार,,
रूठने के बाद,
चेहरे पर मुस्कुराहट,,
तुम्हें सच में याद नहीं...??
मिलते थे दिन मे छुप कर,
फिर देर रात फोन पर बात,,
तुम्हें सच में याद नहीं...??
चाँदनी की रात,
सितारों की बरसात,,
गिनते थे तारे,
वो पागलों वाली बात,,
तुम्हें सच में याद नहीं...??
खुश हो मेरे बिना,
गम की कोई बात नहीं,,
लगता है अब मैं,
तुम्हें सच में याद नहीं...!!
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