Prateek Kaushik 22 APR 2019 AT 23:07 Paid Content - Arif Alvi 31 MAY 2021 AT 18:58 टीस दिल में उठ रही है जिस मोहब्बत के लिएउसने मेरा दिल दुखाया सिर्फ़ ग़फ़लत के लिएइत्तिला कुछ मिल रही है तुम जो मुझसे दूर होधड़कने भी थम गईं अब इस शरारत के लिए अम्न दिल का छीनकर तुम किस गली में हो छुपेहर गली में दर-ब-दर दिल फिर अमानत के लिए इश्क़ करने के लिए अब मुख़्तलिफ़ हैं रास्तेऔर अब मैं क्या करूँ इसकी हिफ़ाज़त के लिए हम-नवा को रोज़ 'आरिफ़' इश्क़ तुझसे चाहिएइश्क़ कब तक यूँ रुके उसकी इजाज़त के लिए - Sunita Sharma 18 JUN 2018 AT 16:01 शब-ए-क़द्र सी हूँ मैं,और तूँ दीपावली का दिया... - Shyam Gaur 2 MAY 2020 AT 18:11 #shyamsundergaur - कोरा काग़ज़ 3 APR 2023 AT 20:38 मुख़्तलिफ़ - YQLove Jeet 4 JUL 2019 AT 21:28 उसके सुर्ख लबो से,गुल खिलते हैं ऐसे,लाल सीप के मुख में,मोती हिलते हैं जैसे। - Sarika Saxena 12 AUG 2017 AT 13:43 बना है मेरा वजूद न जाने कितने मुख़्तलिफ़ हिस्सों सेख़ुद में समेट लेना सबको मैंने समंदर से सीखा है। - इन्दु प्रकाश द्विवेदी 11 APR 2022 AT 11:25 मुख़्तलिफ़ तेरी-मेरी राहें हैं,ये किसी मोड़ पे नहीं मिलतीं. - sheenam parveen 4 APR 2023 AT 4:30 माहे रमज़ान में इबादतों से सामान आख़िरत का कर लो,मुख़्तलिफ़ है वो दुनिया माल-ओ-दौलत काम ना आएगा।ماہ رمضان میں عبادتوں سے سامان آخرت کا کر لو،مختلف ہے وہ دنیا مال و دولت کام نہ آئگا!! - Apurv Gujrathi 15 AUG 2018 AT 18:11 हर एक बात उसे बताना चाहता हूंपर कुछ देर उसे सताना चाहता हूं -