हमसे ना पूछिये जिन्दगी के बारे में,
इश्क़ क्या जाने इश्क़ के बारे में..
मिसाल बन कर जीये है हम इस जमाने में,
तुमको सदियाँ लग जाएगी हमे भूल जाने में..
कुछ बातें गुज़र जाने के बाद बताएंगे तुम्हें,
दुआ करो कि एक आख़िरी मुलाकात वहाँ भी हो...-
नाकामयाबी की मुकम्मल मिशाल हूं
जो कभी सुलझ न सका वो सवाल हूं
सूखे हुए पेड़ की टूटी हुयी वो डाल हूं
जिस पर परिंदों का बसेरा नहीं — % &-
"किस बात की सजा है ये"
बेनाम क्यूँ है मेरा रिश्ता, अब इसे कोई नाम तो दो।
फिर रहा हूँ मैं यूँ दरबदर, मुझे कोई मकाम तो दो।
मेरे इश्क के नसीब में, साहिल मिलना ही नहीं शायद
मझधार ये वाजिब नहीं, अच्छा या बुरा अंजाम तो दो।
पलकें बिछाये बैठा है दिल मेरा, तुम्हारे इंतज़ार में
नहीं आना मेरी गली तो भी सही, पर पैग़ाम तो दो।
हिस्सा तो हम भी थे, तुम्हारा इश्क पानें की होड़ का
माना कि जीते नहीं, पर तसल्ली वाला ईनाम तो दो।
मुकर्रर किया है तुमने, चलो कबूल करते हैं हम
किस बात की सजा है, अरे कोई इल्जाम तो दो।
दिल मेरा बच्चा है अभी, नादानियाँ करने लगा है
हम भी मिसाल बनें प्यार के, ऐसा आयाम तो दो।-
प्यार करो तो ऐसे करो, कि प्यार एक मिसाल बन जाये,
तुमसे जो मिले, वो भी तुम्हारी तरह कमाल बन जाये,
धोकेबाज़ है ये दुनिया तो सारी,पर तुम ऐसी बनो कि
तुमसे जो न मिले उसे नही मिलने का मलाल रह जाएं-
दर्द में भी मुस्कुरा कर जिसने निभा दी जिंदगी
बन गई मिसाल सबके लिए वह मुस्कुराती जिंदगी-
मेरा आईना मुझसे सवाल करता है,
मैला दिल लिए क्यों हंसी ख़याल करता है,
मुखौटे के साथ आता है तू सामने मेरे
सच छिपा क़ायम झूठ की मिसाल करता है !-
सिर्फ खूबसूरती और दयालुता की नहीं,
दुष्टों के संहार की मिसाल भी है महादेव।-
किसीi के दर्द दरिया से ईक कतरा दर्द ही पी ले ,
किसी के होठो की ईक मुस्कराहट बनकर जी ले ,
पोछ दे किसी का ईक आंसू ही हाथ बनकर ,
जिंदा रहेगा ता उम्र मिसाल बनकर।-
पाकीज़ा-सा जो यह रिश्ता
जुड़ गया है ना तुममें और मुझमें
मुक़द्दस-सी एक मिसाल है यह
आने वाली नस्लों के लिये
- साकेत गर्ग 'सागा'-