QUOTES ON #मायना

#मायना quotes

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28 NOV 2019 AT 4:06

कि एक तुझमें ही छुप कर बस तुझे ही देखा करती हूं
अजी कौन कहता है,
कभी तुम नहीं, कभी हम नहीं...!!

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4 JUL 2017 AT 1:35

यह अपनों की हसीन दुनिया, बड़ी ज़ालिम है
मुझे मेरे ही अल्फाज़ के लिये चिढ़ाती है,
वही अल्फ़ाज़..
जिनके लिये बाहरी दुनिया माथे पर बैठाती है,
अपने.. 'उन में'.. मुझे ढूँढते हैं
पराये.. 'उन में'.. ख़ुद को खोजते हैं
जो मरासिम होते हैं पुराने
वो तर्क करने लगते हैं, छेड़ने, घेरने लगते हैं
जो अजनबी अनजाने से होते हैं, वो अपने लगते हैं
हर हर्फ़, हर लफ़्ज़ का दर्द, मायना समझते हैं,
आपके लिखे को ख़ुद का आईना समझते हैं,
ख़ैर छोड़ो..यह तो पुराना दस्तूर है,
जो आज भी चालू बदस्तूर है
मैं तो आवारा सा एक शायर हूँ, कहाँ बाज आऊँगा
सिर्फ़ लिखना ही आता है, 'ग़र नहीं लिखूँगा
गोया के.. मर जाऊँगा
कोई पढ़े ना पढ़े, कोई सुने ना सुने
मैं ख़ुद पढ़ता जाऊँगा, ख़ुद ही सुनता जाऊँगा
दाद भी दूँगा, वाह-वाह करता जाऊँगा
क्या हुआ जो नारसिस्ट कह लाऊँगा
पर अपना दिल और न दुखाऊँगा
फ़क़त एक दिन जब..
मेरा गुल भी "गुलज़ार" हो जायेगा
देखना जो आज मेरा अपना मुझसे चिढ़ता है
वही मेरा सबसे बड़ा अपना
मेरा हबीब, मेरा मुरीद हो जायेगा
- साकेत गर्ग

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15 NOV 2021 AT 15:55

ये सोच के आया कि वो आएगी एक दिन
वो दिन ना आए, और मैं सोचता रह गया।
बीते पलों को फिर से जीना चाहा मैंने, पर
उस पल का लिख्खा वो मायना बदल गया।
किससे करूं मैं शिकायत खुदकी गुनाहों का
वो भी बदल गए और अब मैं भी बदल गया।

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28 NOV 2019 AT 5:04

तुम मेरे सामने जैसे हो आईना,
तुममें कितनी हूँ ये देख लेती हूँ मैं!
लफ़्ज़-लफ़्ज़ का मेरे मानी है तू,
गुनगुना कर स्वयं ही देख लेती हूँ मैं!
🌱🌹🌹👁️👁️👄✍️
Nathu Agrawal

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17 DEC 2019 AT 19:28

अजीब सा हाल है कुछ इन दिनों तबीयत का अपनी,
खुशी खुशी नही लगती और ग़म बुरा नही लगता!!!
🌱🌹🌹👁️👁️👄✍️
Nathu Agrawal

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28 NOV 2019 AT 13:12

मुझे छिपा कर मुझ में जिया करती है।
एक पागल से लड़की मुझ से बहुत प्यार किया करती है।
में जानता हूँ मुहब्बत बेसुमार है तुझे मुझ से- तू सच्चा इश्क़ मुझ से किया करती हैं

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साथ बनाए रखिए दिल को अच्छा लगेगा।
उम्र का तकाज़ा नहीं मन भी बच्चा लगेगा।
खुशमिज़ाज धड़कनें,धक धक करता दिल,
तेरे संग से दोस्ती का मायना सच्चा लगेगा।

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12 SEP 2018 AT 7:58

प्यार का सही मायना ही यही हैं,
जिसके लिए आप कुछभी न हॉ,
वो आपके लिए सबकुछ हों।

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9 NOV 2021 AT 7:47

ले जा, ऐ हवा ! मिरा पैग़ाम-ए-वफ़ा दे उनको
बहुत दर्द में हैं वो ज़रा ज़ाम-ए-वफ़ा दे उनको
वो दर्द को ही फ़क़त यहाँ ज़िंदगी समझ बैठी है
ज़िंदगी में ज़रा वफ़ा के पल ख़ुशनुमा दे उनको
ज़िंदगी यूँ हीं नहीं जी जाती तन्हा ग़मज़दा हो कर
सोहबते-हमसफ़र का मायना ज़रा बता दे उनको

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28 NOV 2019 AT 5:05

आइने में मैं हूँ ,या मुझसे है आइना,
मालूम नहीं कौन किसे देख रहा है ।

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