Arif Alvi 1 MAR 2021 AT 22:07 Paid Content - Monika Raj 8 JUL 2018 AT 9:16 हमें, वो इश्क़, मुनासीफ ही नहीं, जो, आसानी से हमें,मुकम्मल हो जाए, थोड़ी, चुनौतियों तो आने दे, इश्क़ के मसाफ़त में,फिर.......! अपने उन्स को पाने का, अंदाज़ ही, शानदार हो जाएं।। - Monika Raj 12 JUN 2018 AT 19:09 यूं! मोहब्बत़ करके, बीच मसाफ़त में, तुम छोड़ जाओगे, हमें अगर। ये जिन्दगी हमारी, और कुछ भी नहीं, फ़कत, हो जाएगी ज़हर।। - Arif Alvi 6 APR 2021 AT 14:25 बेवफ़ाई कह रही है प्यार दिल में अब भी हैज़िन्दगी तो चल रही है ख़ार दिल में अब भी है कुछ मुकम्मल हो गया था कुछ अधूरा रह गयाफिर किसी से जुड़ सके वो तार दिल में अब भी है क्या मसाफ़त ने मुझे भी दूर उससे कर दियापास जाकर जीत लूँ पर हार दिल में अब भी है दर्द दिल का क्यों बढ़ाया जान है मुश्किल में अबतुम मिलोगे तब कहूँ इज़हार दिल में अब भी है नरगिस-ए-साहिर नहीं हूँ जो दग़ा पहचान लूँज़ख़्म गहरा कर गई वो मार दिल में अब भी है राज़-ए-दिल अब खोल दो तुम याद है 'आरिफ़' अगरनाज़-ए-उल्फ़त रह गई तकरार दिल में अब भी है - Furkan Ansari 25 MAY 2022 AT 21:43 ज़िंदगी के आलाम बहुत हैं मौत का नही कोई मंज़र,माँ की गोद से कब्र की आगोश की मसाफत को ज़िंदगी कहते हैं। - कोरा काग़ज़ 24 MAY 2022 AT 20:21 मसाफ़त - D@ Raygaan' 5 SEP 2018 AT 16:44 ताबीर ए ख़्वाब, लिहाज़ ए सफ़र, लहज़ा ए हर्फ नवाज़िश ए करम, इनायत ए धरम जुस्तजू ए सुकूं, नूर ए मसाफ़त शिद्दत ए उन्स, वस्ल ए क़ुर्बत, नज़ाकत ए फ़ुर्क़त आफरीन सहर, ख्वाबीदा शब मयस्सर हैं सभी... एक तेरे होने सेरिवायत भी यही है.. कि वाबस्ता है तुझी सेतेरे बग़ैर तो सिर्फ़सिफ़र है मुसलसलमुंतज़िर मौतज़ा के - पल्लव सागर 24 MAY 2022 AT 22:17 दो रास्तों के बीच ये कैसी मसाफ़त है,मीलों साथ चलते पर, मिल नही पाते। - Rubab 24 MAY 2022 AT 21:01 एक लंबी मसाफ़त से गुज़रे है हम ख़ून रोना से बे-धड़क है - Mahjabeen Tabassum 25 MAY 2022 AT 9:55 हमारी धड़कनों में रब तू ऐसा बना रहेकि तुझ से मसाफत कभी न हो -