है नसीहत यूँ तो सबसे, खूब जीने की मिली
ख़ुद के लिए ज़िन्दा ...मशवरा सर आँखों पर मेरी ..!!
अकेले ही नज़र में ज़रूर, दुनिया मौजूद रही
ख़ुद के लिए ज़िन्दा ...सफ़र भटकते कटी मेरी....!!
मेरा मिज़ाज पहचान है, हरगिज़ गुरुर नहीं
ख़ुद के लिए ज़िन्दा ...एक मैं और परछाई मेरी ..!!
उम्र बहुत छोटी सी, ज़िंदगी का मक़सद सही
ख़ुद के लिए ज़िन्दा ...कोई बोझ नहीं रूह पर मेरी...!!
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