QUOTES ON #मरासिम

#मरासिम quotes

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27 AUG 2018 AT 13:51

हासिल है बेवफ़ाई मुझे, मरासिम मेरा मवेशी था नही,
वफ़ादारी है मजाक, यार मेरा मर्द था टेढी दुम नही ।।

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27 DEC 2020 AT 23:43

ज़ख़्म से क्या पूछते हो दर्द के मरासिम
दर्द तो हर सूरत में दर्द ही होता है साहब

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15 SEP 2019 AT 14:16

देख कर आईना तेरा खयाल कैसा है,
तू अब तू नहीं, मिरे बीते हादसे सा है,

फ़िक्र है तेरी, ये गलतफहमी न रखना,
बात ये वक्त, और बीच मेरे, जफ़ा सा है,

तिरे तग़ाफ़ुल पर, मिरा यूँ मुस्करा देना
मिज़ाज-ए-दर्द में, इतना ही राब्ता सा है,

ऐतबार किस पर, और इंतज़ार कैसा हो
मरासिम निभाना, अब लगता झूठ सा है,

ख़लिश चुभती है ताज़ीर सी 'ऐ दीप'
तू इश्क़ नहीं, ज़हन में इक ख़ता सा है !

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22 APR 2022 AT 16:18

ये मरासिम ये ज़माना छोड़ दो
तुम बदी का हर घराना छोड़ दो

जो सही हैं जानते हैं वो तुम्हें
झूठ से उनको हराना छोड़ दो

तुम गुनाहों में रहो डूबे हुए
काश ये कहकर डराना छोड़ दो

दर्द से सीखो अकेलापन है क्या
दर्द को अब तो हँसाना छोड़ दो

आज 'आरिफ़' हो गए हो ठीक है
कुछ नहीं हो अब बहाना छोड़ दो

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13 MAY 2021 AT 17:18

मुक़फ़्फ़ल हुआ मैं मोहब्बत में उसकी
ये दुनिया लुटा दूँ हिफ़ाज़त में उसकी

उसी से तो दिल के मरासिम जुड़े हैं
मज़ा ही मज़ा है शरारत में उसकी

वो शोला बदन है महक है शराबी
नशा ही नशा है रियासत में उसकी

वो मुशफ़िक़ वो दिलबर वही है हमारा
बड़ा दिल दुखा है ज़रूरत में उसकी

वो 'आरिफ़' की होकर रहे तो सही अब
तो दिल भी बिछा दूँ मैं राहत में उसकी

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14 MAY 2021 AT 20:16

मरासिम

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11 NOV 2020 AT 11:13

मरासिम नहीं हैं मोहब्बत नहीं है
दिलों में किसी के मुरव्वत नहीं है

दिलों को दुखाना है दस्तूर लेकिन
तबस्सुम की कोई हिफ़ाज़त नहीं है

मुदर्रिस कहे तो सुनेंगे ख़ुशी से
गुनाहों की फिर भी अदालत नहीं है

मयस्सर रहो तुम अगर है मोहब्बत
ज़रा भी हटे फिर शिकायत नहीं है

हसीनों से कह दो अभी दिल है ख़ाली
किसी और की अब ज़रूरत नहीं है

जो 'आरिफ़' लिखे तो न पढ़ना किसी को
किसी लफ़्ज़ में अब नज़ाकत नहीं है

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12 JUN 2018 AT 22:11

ये मरासिम
आ पहुंचा
एक ऐसे मोड पर
जहां हम हुए
लाजमी
और वह
लापता...

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19 AUG 2018 AT 0:19

रूहानी ओस की बूंद की तरह मुझ पे ठहरा था
उन अजीज़ पलों में मरासिम कितना गहरा था

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5 JUL 2017 AT 3:53

कू-ए-दोस्त से जो
तन्हा-तन्हा सा गुज़रा
यह अहसास हुआ
यही है वो नाज़नीं
जिससे मुझे है प्यार हुआ

लाज़वाल लाजवाब सा प्यार हुआ
किया नहीं फ़िर भी यह प्यार हुआ

मरासिम पुराना सा
दस्तूर नया सा हुआ
जिससे होती है सबसे ज़्यादा बात
उसी से ना कहने का मर्ज़ सा हुआ

साथ होते हुए जो कभी ना हुआ
वो उठी वो गयी और गज़ब हुआ
ये क्यूँ हुआ कैसे हुआ, कब हुआ
जो भी हुआ, बड़ा बे-सबब हुआ
मैं चला यारों
मुझको है इश्क़ हुआ

- साकेत गर्ग

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