Mayank Tiwari 16 JUN 2020 AT 8:41 Paid Content - पंकज पाठक 20 DEC 2018 AT 8:45 नसीहतों से कह दो अभी मैं मग़रूर हूँहालांकि सच ये है कि बहुत मजबूर हूँदिल का शहर, मरहम समझता है हमेंचोट खाये आशिक़ों में, ऐसे मशहूर हूँअब तो मेरे घर का पता ही मयखाना हैऔर दुनिया समझती है मैं नशे में चूर हूँ - Thakur Apoorva Singh 19 OCT 2020 AT 14:08 तुम दीपक हम बाती बन जाते हैंहम दो राही आपस में मिलकर हम राही बन जाते हैं। - PravasiOfficial AmitabhJha 19 OCT 2020 AT 17:14 अपने अपने ज़ख्मों के लिएऔर बन जाते हैं मिर्च नमक एक दूसरे के ज़ख्मों के लिए - Parul Tiwari 20 OCT 2020 AT 10:51 ज़माने से मिले इन ज़ख़्मो पर कामयाबी का मरहम लगाएँगे अपनी नाकामयाबी की लङाई को हम मेहनत कर हराएँगे - Alok Pandey 21 OCT 2020 AT 9:01 कुछ तुम कुछ हम बन जाते हैसूली चढ़ते अरमान बहुतकंधे से कंधा मिलाते हैदीवार नही कोई दिल मे'घर' ऐसा कोई बनाते हैभारी जो जिम्मेदारी परहसरत वो 'दीप' जलाते हैमुझमें भी जो तुझमें भी हैइस 'मैं' को बीच हटाते हैसांसो की माला में मोतीसरगम की धुन बन जाते है - Sakshi jangra 19 OCT 2020 AT 21:38 और एक दूसरे के ज़ख्म भर जाते हैं..आओ नाइस प्यार भरी दुनिया में एक दूसरे के रंग में रंग जाते हैं - Anuup Kamal Agrawal 8 JUN 2017 AT 7:39 वो महरम हैकैसे करूँ मरहम की उम्मीद उनसे - Surbhi❤ 13 JUN 2019 AT 19:41 मैं तो अपना 'दर्द' बयाँ कर दूँ,पर क्या 'तुम' उस पर 'मरहम' बनोगे? - Mrbenaam 8 MAY 2020 AT 11:15 एक हाथ में मरहम तो एक हाथ में ख़ंजरकहीं बरसात इश्क़ की कहीं भूमि है बंजर -