खून जो बहाया है तुमने उसे धोना तो पड़ेगा,
सफेद को लाल किया है तुमने फिर रोना तो पड़ेगा,
इतना खून बहाया की बदल भी अब रो रहा है,
दिखती हुई तबाही को भूकम्प के रहा है,
बेहते हुवे आँशु अब सैलाब बन रहे है,
रोते हुवे बदल अब तुमसे कह रहे है,
बंद करो अब ये खून बहाना, जीवन अनमोल है जान लो, खुश रहेगा अब हर एक बन्दा, तुम आने कर्म सुधार लो,
।। जय हिन्द, जय भारत ।।
_Bhavani verma
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