शीर्षक -- ।। सुख मूल मंत्र ।।
जीवन मनुष्य से कुछ न कुछ इच्छा जागृत करती ही रहती है।
यदि मनुष्य उसका यह इच्छा पूरी नही कर पाता तो,यह मनुष्य
के लिए आधी अधूरी भावना बन जाती है और इसे एक समस्या
के रूप में ले लेता है । तो देखें तो इच्छा ही हमारी सबसे बड़ी
दुश्मन है । हमे इच्छाओं के वश में नही आनी चाहिए ।।
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