तिरंगे के साथ हम निकल पडे आज हिंदुस्थान की आज़ादी के लिये,
दुश्मनो को खत्म कर के हम चले इस देश का भ्रष्टचार मिटाने के लिये,
तिरंगा लेकर हम साथ चल पडे आज़ाद हिंदुस्थान का नारा लगाने,
दुश्मानो को हमने घसीटकर निकाला इस जहाँ के मान के लिये,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे डिजिटल इंडिया को नया देश बनाने के लिय,
साक्षर भारत हमारा सपना था हम निकले भारत को मुक्त करने,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे इस देश पर होने वाले अत्याचार मिटाने के लिए,
कभी सोचा नही था यारो इस मिट्टी में हम लगायेंगे देश के नारे,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे भारत का नाम रौशन करने,
कभी मत भुलना यारो इस देश के जवानो के बलिदान को.
-