✍️प्यारे बच्चे - देश के भविष्य ✍️
यह उन दिनों की बात है जब
नैनीताल की हसीन वादियाँ भी
कहा करती थीं कि यह आदत
किसी की रब से इबादत का नतीजा तो नहीं। ...✍️(१.१)...✨
प्यार जो है हमें बच्चों से खूब
कि सुबह शाम, दिन रात यहाँ
बच्चे मेरे घर में नज़र आते हैं
तो लगता है ये घर बच्चों का बगीचा तो नहीं। ...✍️(१.२)...✨
२८ वर्ष की उम्र है, अविवाहित
हैं अभी तो इन बच्चों को बहुत
कुछ सीखा सकते हैं भविष्य में
आगे जाने को, कुछ कर पाने को। ...✍️(२.१)...✨
बच्चे देश की भविष्य हैं, इन्हें
निर्माण करना है, तराशना भी
है एक जौहरी की तरह कि ये
तैयार रहें खुद की लोहा मनवाने को। ...✍️(२.२)...✨
सोचा है जाने से पहले जऱूर कुछ
कर जाऊँगा जिसे जानेंगे लोग।
मेरी नौकरी, मेरे चेहरे से नहीं!
मेरे काम से तब पहचानेंगे लोग। ...✍️(३)...✨
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