एक शाम दोस्तों को क्या दी हमने,
तुमने तो हमें बेवफ़ा क़रार दे दिया..
एक दिन तुमसे क्यों नहीं मिले,
तुमने तो सवाल खड़ा कर दिया..
इश्क़ तो हमारी रूहानी थी,
तुमने तो ख़ुद से जुदाई दे दिया..
हम तो तड़प तड़प के मर रहे है,
जब से तुमने हमें तन्हाई दे दिया..
यूं तो गुज़रे वक़्त में तुम याद आओगी,
जब से तुमने इश्क़ में, बदनुमा दाग दे दिया...!
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