Kritika Sengupta 16 SEP 2019 AT 13:05 ऐसी भी क्या बेरुखी है जो बात नहीं करते होआँखें दो चार करके इज़हार नहीं करते हो - the_RKB_2.0 4 JAN 2021 AT 14:44 _शिखस्त_अल्बत्ता शिखस्त भीजरूरी हो जाती है अलम-ए-बेरुखी कोमिटाने की खातिर... - नया👇अकाउंटफोलो 26 MAY 2020 AT 0:34 मेरी खामोशियांगुस्सा बहुत भरा पड़ा है दिमाग में , 😡इश्क जो बेहिसाब करता हूं उससे । ♥️ - Atul Kumar Srivastava 20 MAY 2020 AT 18:08 "तेरी बेरुखी से अब ये दिल दु:खता नहीं?मुझें आदत सी है प्यार वाला कोई मिलता नहीं ।" - Vaibhav Bajpai 13 MAY 2021 AT 18:53 .....तेरी यादें😔😔मुझे अब बहुत ज्यादा याद आने लगे हैं....वो कोई बहाना बना ऐ ज़िन्दगी....उनसे मिलने का... - Penguin Int. Official 13 NOV 2020 AT 8:18 कैसे कहे हमारी राते तुझ बीन किस कदर गुजरती हैंबरखा की हर बूँदे हमे दिन रात बेचैन कर देती हैं - Monika Raj 22 OCT 2018 AT 19:52 जहां! में हमने मोहब्बत़, दो तरह, की देखी हैं......,कहीं! रहकर भी सब कुछ, बेरुखी देखी हैं......तो !कहीं, कुछ न रहकर भी, रुह से रुह की, दिल्लगी, देखी हैं.....।। - Pinky Gangwar Jain 6 NOV 2019 AT 12:23 ❤️अच्छा होता गर सूख जाती जू-ए-मोहब्बत मुझमें कि बेरुखी पे तिरी,ये नमी अब खलती बहुत है❤️ - Gyanendra Dutt 2 JUN 2020 AT 0:18 दर्द और गम मिलतें रहे,सहते रहे, कि बेबसी पे खुद की, रोने का हक भी न था, अब तो - Pihu Trivedi 30 SEP 2020 AT 13:20 तुम जहां छोड़ गए थे अब तक वहीं रह तकती मैंतुम से दूर नहीं तुम्हारे पास ही कहीं मैं।मेरी हर बात तुम से शुरू तुम पर ही खत्म होती हैतुम पास मेरे जानूं मैंफिर ये आंख क्यों बेबात रोती है।ये दिल भी कुछ समझता तो नहीं अब हैंकिससे कहूं हाले दिलये दिल बहलता तो नहीं अब हैं।बातों में ये जो उदासी हैकहीं गुम मेरी हंसी भी हैजो तुम पास नहीं मेरेबेबस सारे अरमान मेरे। -