Seasonal Poet🦜 13 MAY 2019 AT 15:22 ये तेरा गुलाबी गले का हार नैनन में कजरे की है धारअतिशय मनमोहक श्रृंगारचरणन में जाऊं मैं बलिहार! - Ritika Samadhiya 12 JUN 2018 AT 22:58 'कोशिश'कोशिशों में ही तो जीत है और कोशिशों में ही है हार,खेल जिंदगी को इस एक आस-निराश भरे शब्द पर कितने कायम रहे है और कितने हुए बलिहार। - शिवतत्वार्थ 19 JUN 2020 AT 12:08 आप लौटे तो पूछ लूं कि बहते प्राण पर बलिहार हो मंगलमृत्य को बरना किसे कहते है? -