मिस्मार हो गया दिल बदनाम होते-होते
मर ही गई वफ़ा भी नाकाम होते-होते
रिश्वत की आशिक़ी है बाज़ार है दग़ा का
रिश्ते भी मिट गए अब बे-नाम होते-होते
कुछ और है दिलों में कुछ और ही है चेहरा
सब दफ़्न कर दिया है गुमनाम होते-होते
कुछ जिस्म जी रहे हैं कुछ जिस्म मर रहे हैं
नंगे हुए हैं कुछ गुल गुलफ़ाम होते-होते
लाचार है तू 'आरिफ़' कोई नहीं है तेरा
दुश्मन हुआ ज़माना आवाम होते-होते
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