जागती रहती रात भर
तेरे इंतज़ार में।
सोचती रहती रात भर
इंकार किए हुए वादे को।
रोती रहती रात भर
अपने से ज़्यादा
अपने हारे हुए प्यार पर।
जागती रहती रात भर
टूटे दिल को समेटने में।
कमी थी मेरे प्यार में
जो तूने यू मुह मोड़ लिया।
बताया तूने हरकतों से
उब गया है तेरा मन।
हैरानी हुई जान के
प्यार को तूने एक सज़ा समझ ली ।
खूब रोई तेरे सामने
अपने प्यार के लिए।
समझा तूने उसे एक नाटक
छोड़ दिया साथ।
जानती थी न आएगा तू वापिस लौट के
तब भी जागती रहती रात भर
एक उम्मीद के साथ।-
क़े, घर में सभी हैं,
मैं उनके सामने अपने गमों छुपा लेता हूँ,
और देखकर उदास चेहरा, वो मेरा हाल पूछते हैं,
नहीं सब अच्छा है, मैं ये हंस के उन्हें बता देता हूँ...-
हमने कब पुछा था कि तुम्हारे दिल में क्या है?
हमने तो ये बताया कि हमारी जान तुम हो!-
1121 2122 1121 2122
कभी बदगुमान हो कर जो ये दिल तमाशा करता।
मुझे है यक़ीन तुझ पर, यही मैं खुलासा करता।1
तेरी रहबरी जो मिलती मेरी ज़िंदगी सँवरती
मैं कभी जो होता तन्हा तुझे ही तलाशा करता।2
हैं बहुत सी ऐसी बातें जिन्हें तू न जानती है
मेरी असलियत रही क्या तुझे मैं बताया करता।3
मिले सोहबतें जो तेरी तो सुकून होगा हासिल
तेरे साथ अपने ग़म ये सभी भूल जाया करता।4
चलें झील के किनारे "रिया" चाँद रात में हम
वही बैठकर तुझे फिर मैं ग़ज़ल सुनाया करता।5-
अब खेल के नियम खिलाडी अंपायर को बताएंगे,
अब जो चल नही सकते वो जमाने को उड़ना सिखाएंगे।
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दुःख इस बात की नहीं है तुने मुझे बुलाया नहीं
दुःख सिर्फ इस बात की है तुने मुझे बताया नहीं-
उसने हाल पूछा भी तो, कुछ इस लहज़े में.,
कि चाहकर भी हमसे, हाल बताया ना गया..-
उन्होंने अचानक ही पूछ लिया
कितना प्यार करते हो .......
मैंने कहा ......
प्यार करना आता है बस,
बताना नहीं आता ....!!-
दोस्त,
हक है तेरा मुझपे कभी कभी जताया कर
अपने दिल क़ी बात मुझे बताया कर।-