Palak Shashank Sharma 17 DEC 2018 AT 12:06 तुम प्रेम के प्रकाश सी उज्ज्वल मैं घृणा का घोर अंधकार प्रिये मुश्किल है अपना मेल प्रिये यह प्यार नही हैं खेल प्रिये - Seasonal Poet🦜 29 JUN 2019 AT 20:41 पहले सेपता थाकि प्रकाश नियत समय पर आयेगा ज़रूर...अंधेरे हद से ज्यादा जो बढ़ गये थे !!! - Prashant Singh Chauhan 9 MAR 2021 AT 19:20 ‘प्रकाश’ उद्गम-आश्रित‘अंधकार’ सर्व-भूत है,एक आदि-अंत से बाध्य;दूजा अनादि-अनंत है।‘अंधकार’ सर्वत्र हैयही अन्त्य-सत्य है,‘अंतःप्रकाश’ मिथक मात्र;‘अंतःतम’ ही ब्रह्म-सत्य है‘अंतःतम’ ही ब्रह्म-सत्य है। - jagriti kumari Solanki 6 DEC 2020 AT 7:33 मृषा विचारों के अहम् से ओत-प्रोत सब धूमिल हो प्रज्ञा प्रभा प्रसारित नैनो परपुनीत हृदय पुनः कामिल हो - A.K.Shukla "Apna hai" 18 MAR 2019 AT 21:38 कितनी तड़प है इन दूरियों में चाहत है तुमसे नजदीकियों की,भले अँधेरा खुद के तले हो प्रकाश प्रसरण है आदत जलते दियों की।-ए.के.शुक्ला(अपना है!) - Anuup Kamal Agrawal 16 DEC 2019 AT 13:03 प्रकाश भी जब नमी से गुजरता हैथोड़ा हिल जाता है - शब्दों द्वारा हृदय यात्रा 29 MAY 2021 AT 10:53 "स्त्री प्रकाश है, पुरुष छाया" - नया👇अकाउंटफोलो 15 MAY 2020 AT 9:42 सुबह का मौसम यूं बन आया है, बादलों संग प्रकाश ले आया है।। - Shrey Saxena 1 NOV 2020 AT 1:03 बहुत भाव गिराने पड़ते हैं कुछ रौशनी लाने के लिए,करोड़ों की ज़मीन कुछ दीयों में यूँ ही नहीं मिलती। - Ziddi Satya 17 DEC 2017 AT 16:15 कुछ अंत का शुरुआत सा,कुछ दर्द अपना खास सा,कभी मिट गया तो खोजनामैं रहूँगा पुंज प्रकाश सा.. -