मन करता है ,
ये मन ही तो है जो करता है,
उड़ जाऊँ आकाश में
और छू लू उन उँचाईयों को।
मन करता है ,
कि बता दूँ उन लोगों को जो मुझे बाँधना चाहते है,
कि मैं एक पंछी हूँ,
उस उन्मुक्त गगन की ,
जो सिर्फ उड़ानें भरना जानती है,
बँधना नहीं ।
मन करता है कि कह दूँ
उन्हें जो मुझे रोकना चाहते है,
कि मैं इतनी भी कमजोर नहीं,
जो उनकी चाहतों के आगे
अपने सपनों को झुकने दूँ ।
मन करता है।।
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