Anu Chhangani 3 JUL 2018 AT 3:33 रात को जाग सोने की कोशिशें कौन नही करता होगा,भोर में आँखों से राज छिपाने को हर कोई कहता होगा,पलकों पर है गिरने की जिम्मेदारी वक़्त इल्ज़ाम लगाता होगा,दिल की साजिशों से फ़िर हर कोई हार जाता होगा !! - Rana 10 FEB 2019 AT 22:22 कभी लाचार खुद से,कभी दिल से होते हैं,रोज़....रात को हम,बड़ी, मुश्किल से सोते हैं - milind patil 29 JAN 2020 AT 21:03 बिना हक के न जगाओ हमेदोस्ती में यूँ नींदें नहीं चुराते - Bhartendra Srivastava 9 SEP 2019 AT 21:08 आंखों से नींदें भी ओझल है शायद इसमें भी हाथ तेरा है ।। - Satvik Sharma 6 APR 2018 AT 23:40 लम्बा सफर है ज़िन्दगी का ,रास्ते सिफ़र पे खत्म हैं ,दुश्वार इन राहगुज़र पर,मैं खुद का राहनुमा हूँ ,मैं चलता जाऊँगा राह में ,मैं इक कारवाँ बना दूँगा !मैं बोल पड़ा जिस दिन ,मैं सब जज़्बात बहा दूँगा !(पूरी कविता अनुशीर्षक में पढ़ें 👇 !) - Rashmi Saxena 12 APR 2019 AT 9:42 ये सुर्ख़ आँखें अफ़साने हैं रातों केज़िंदगी की जद्दोजहद में नींदों से बिछड़ी हैं - Nits Jangir 6 AUG 2019 AT 2:39 रातों की नींदों के भीअलग ही अंदाज़ हैऐ ग़ालिबजब तक सुकून न हो कम्भख्त ये भी नही आती............ - Pallavi Dutt Sharma 23 JUL 2019 AT 16:28 हज़ारों ख़्वाब हैं रहते,दीद-ए-मुंतज़िर जाना,कि उल्फ़ते निग़ाहों की,नींदों से हैं उखड़ी क्यों... - Amit Bhatore 1 FEB 2019 AT 1:47 आँखों से नींदें उड़ी, सपने हुए उदासजाने कौन जाग रहा, मन में लेकर आस - Khushboo Rawat 29 JUL 2018 AT 9:00 मेरी आँखें नाराज सी रहतीं हैं अब मुझसे..इन्हें मनाने के लिए नींदें कहाँ से लाऊं?? -