QUOTES ON #नींदमेंकविता

#नींदमेंकविता quotes

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23 MAY 2018 AT 22:35

कविता सुने उनसे नींद आयी गहरी
गहरी नींद मे फीर डूबे कविता ओ के सहरी
सो रहे थे हम मगर जाग रही थी कहानी
मै बावला सा तुम्हे सोचता और चुम इतराती सयानी
नींद खुलती कहानी करती कोशीश सोने की
रो पडते हम भी खबर सुनकर तुम्हारे जाने की
कहानी सोने सी खबर सुनकर कविताए वो नींद मे करने लगे..
नींद खुलते ही हम कहानी के सोने से डरने लगे...



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24 MAY 2018 AT 17:27

कविता मेरी प्यारी सखी
मेरे मन में रहती हैं
साथ साथ मेरे वो सदा
खुशी दर्द सबके कविता मैं हैं

जब वो मिले तब जाना
हर अल्फाज़ों में कहती हैं
वो मन के हर भावों को
मन को खुशी देती हैं

जीवन के रंग है कविता में
कवीमन की बातें कहती हैं
प्यारी है हर कवी की रचना
नींद में कविता मुझे याद आती हैं

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23 MAY 2018 AT 23:00

साहित्य के पलंग पर
लगाया विचारों का गद्दा
बिछाई उस पर कल्पनाओं की चादर
शब्दों का तकिया रखा
पास टेबल पर लोटा तांबे का
भर दिया यादों की स्याही से
थक जाऊँगा जब पलटते-पलटते
पलकों के कोरे पन्ने
रात के उस क्षण लिख दूँगा
नींद में कविता

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30 JUL 2019 AT 8:22

शायद मेरी अधूरी खव्वाहिशो में खो जाती है।

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20 APR 2020 AT 0:35

तुझे तो नींद आ गई पर
मै अभी तक जाग रही हूं

तुझे पाने के लिए में रातों
में भी दुआ मांग रही हूं

तूने तो दिल को खिलौना
समझ कर खेल लिया
पर तेरे इस खिलौने की

हिफाजत के लिए
मै बिना गलती के भी
सबसे माफी मांग रही हूं

अपना रिश्ता बना रहे
हर रिश्तों में दरार डाल दी मैंने
तूने भी साथ छोड़ दिया

अपना अकेलापन शिशो के
सामने बांट रही हूं

कोई नहीं है साथ मेरे
पर ईश्वर का सहारा लेने
हर मंदिर मंदिर भाग रही हूं

तुझे तो नींद आ गई पर
मै अभी तक जाग रही हूं

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23 MAY 2018 AT 23:58

मेरे ख्वाबों सी खुबसूरत है वो,
सबसे छूपाके रखता हूं उसे
छेडता हूं मरोडता भी हूं
कहता हूँ करता हूं सुनता भी हूं
फिर भी वो मुश्कुराती है दोस्तों
आप सब क्या समजे कौन है वो ☺️
मेरी कविता, जीसे नींद में गुनगुनाता हूं...!!!

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23 MAY 2018 AT 23:02

अधूरे से इश्क़ की तेरी मेरी कहानी तो सो रही है..
फिर जाने क्यूँ मैं नींद में तुम्हे कविता सा गुनगुनाती हूँ..

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13 JUL 2020 AT 3:25

😔🙄नींद🙄😔

हमें नींद नही आती है पर वो तो सो ही जाते हैं..
हम हैं बे-क़रार पर वो कहां समझ पाते हैं!!

पाकर भी उनको नींद उड़ गई थी...
खो कर भी नींद से मुलाकात कहां हो पाती है!!

उनके साथ नींद भी ऐसी खो गई है...
हम तो नही सोए पर रात थक कर सो गई है!!

हर रोज नींद को आँखों से बिछड़ते देखती हूँ...
पहले ख्याल ढूँढ़ती थी अब उनका साथ ढूँढ़ती हूँ!!

जो भी कुछ होना है जल्दी हो जाए...
शहर हो जल्दी या नींद ही गहरी हो जाए।

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24 MAY 2018 AT 3:44

पूछते हैं तुमसे फिर से,
वही इज़हार ए सवाल।
चुप्प रहने से होने लगा
इश्क़ को अब मलाल।

कामनाओं की चाँदनी,
बुनती भावों के जाल।
हसरतें झूमतीं,सरगम
की यह मधुर सुर ताल।

चाहत की नाव सजी;
है तनी प्रेम की पाल।
इश्क़ की कली खिली,
मन गुलाब की डाल।

मिलन के गीत मुखर,
है मुखड़े का जमाल।
नींद में डूबती कविता,
जग रहे छंद बाकमाल।

एक बात बताओ- मन
में उठने लगे क्यूँ सवाल।
सो रही कहानी, अधूरा
इश्क़ कब होगा बहाल।
© #Veenu"✍

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21 JUL 2019 AT 22:46

उनिंदी हो चुकी आंखें मगर
जिस्म कतराता बिस्तर से,
फिक्र हो और थकान भी हो
तो जान जाना ही बेहतर है।

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