नशो
क्यूं करो थे नशों,
क्यूं थे इण मायं बशों,
मा बाप थां सूं गणी आश लगाई,
छोड़ दो इणने इणरे माएं थांकी भलाई,
इणरे कारण रोज़ लड़े धणी अर लुगाई,
ओ नशों गणा घरां माएं आग लगाई,
नशा रा हालात अठे ईष्या है,
नशो बे नी करे जकाँ कने पिस्या है,
हेंग दिन तो तावड़े में कमावे,
शामरा 35 वाळो खाटियो पी'र आवे,
पिये जणे तो गणो मजो आवे,
पछे एक पग मारवाड़ दूजो मेवाड़ जावे,
पियां पछे खुद रा घर री पोळ खोल देवे,
बेने शुद नी रेवे हंगे ज्यूँ ई बोल देवे,
केवे लुगाई,
बापू कठे तू म्हाने परणाई,
एक तो दारूढ़ियो है धणी,
दूजी कमाई नी करे गणी,
"पारासरिया" रो तो भायां ओई केवणो है,
नशों थे छोड़ दो अगर जग में जीवणो है।
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