Siraj Ud Daula Tintoiya 14 FEB 2021 AT 9:50 नज़रें इधर उधर गुम रही हैन जानें किस को ढूंढ रही हैजिधर देखो भीड़ लगी हुई हैएक वो है जो नहीं मिल रही हैचेहरे तो सब जाने पहचाने हैनज़रों को सब अंजान लग रहे हैथक हार कर उदास हों गई हैपलकें भी अब भीगी हो गई हैनज़रों का मौसम न जाने कब बदलेगाअभी तो नज़रों से नदिया बह रहीं है - Kritika Sengupta 16 MAY 2019 AT 17:55 इक दफा नज़रें मिला लेते तो क्या होता,इक आख़िरी ख़त का जवाब देते तो क्या होता,इतनी शिद्दत से चाहा है तुमको,मेरा हाथ थाम लेते तो क्या होता..! - दीप शिखा 1 APR 2019 AT 7:35 जो देख लेती हैं तेरी आँखों में वहम का पर्दा,मेरी नज़रें शिकायत अब खुद से नहीं करती! - Shashank Tripathi निहार 4 JAN 2022 AT 23:39 मेरी ये नज़रें बस इक तुम्हें ही ढूंढती हैंहर किसी से तुम्हारा पता पूछती हैंक्या सही क्या गलत ये नहीं जानती हैंबात इतनी ही है, तुम्हें अपना मानती हैंये नज़रें किसी पर भी नहीं टिकती हैंइनमें बस तुम्हारी ही तस्वीर दिखती हैंमेरी नज़रों पर कोई जादू किया है तुमनेशायद इन्हें दीवाना बना लिया है तुमनेमेरी मुश्किलों को अब और न बढ़ाओ तुमइनकी खातिर ही अब मिलने आ जाओ तुममिलन की मदहोशी में रात दिन झूमती हैंमेरी ये नज़रें बस इक तुम्हें ही ढूंढती हैं - Mrbenaam 23 NOV 2019 AT 18:05 नज़रें नक़ाब में रखकर क्या छुपा रहे होपहले कहाँ थी शर्म जो अब घबरा रहे होपर्दे के पीछे कौन कैसा किसको पतासरेआम तुम हमें टोपी पहना रहे हो - Mrbenaam 3 JAN 2020 AT 19:42 कभी भूले-भटके आ भी जाओ मेरी गलियों मेंतो मुड़े बगैर सीधे चले जानाशुरुआत यहीं से होती है इश्क़ की मेरे दोस्तखुदा क़सम नज़रें मत मिलाना - Ritu Kumari 11 JUL 2020 AT 18:02 मेरे लबों पर जो आए वह नाम बन जाओ मेरी नज़र जिसकी जुस्तजू करे वो इंसान बन जाओयही फरियाद है मेरी खुदा से तुम ही मेरे ख्वाबों के राजकुमार बन जाओ - रचना 25 MAY 2020 AT 10:17 नज़रे कहती हैमत जाया कर बाहर कुछ बदतमीज नज़रे....झांका करती है तेरे लिबास के पार - Mahesh Mehar 28 AUG 2020 AT 17:25 एक बार मुस्कुराकर उसने नज़रे क्या झुकाई.. सारे दिन अफ़वाहों का दौर चलता रहा..__!! - Shilpi Kanaujia 27 MAR 2021 AT 19:30 नज़रों से नज़रें मिली.....उसकी पलके हौले से झुकी।मुस्कुराकर जब फ़िर से उठी,दिल को मेरे कत्ल -ए-आम कर गई।। -