मैं देख रहा था उसे,
होठों के बीच से धुआँ छोड़ते।
मैं देख रहा था उस स्त्री को,
उसके होठों को,
उस धुएँ को।
न जाने किसमें आकर्षण था?
उस स्त्री में,
उसके होठों में,
या उस धुएँ में?
मैं डरता हूँ,
स्त्री से,
स्त्री के होठों से,
धुएँ से।
वो सोच में डूबी थी,
और मैं उसमें।
-