Anuup Kamal Agrawal 28 MAR 2018 AT 22:37 मारोगे मुझेकितनी मर्तबा?कितनी दफेदफ़नाओगे?जीव नहीं,मैं बीज हूँहर बार उग आऊँगा। - Pankaj Semwal 30 MAR 2021 AT 16:28 अक्सर तेरे यादों की बारात आती हैं होता हूँ उदास तो वो हँसाने आती है ऐ ख़ुदा! क्यों किया तूने दूर इसकदरज़िस्म दफ़्न है, पर रूह आज भी उसकी बहुत तड़फती हैं... - PraGati PaNdeý 26 MAR 2019 AT 21:47 एकतरफा मोहब्बत है जनाब!उम्मीदों को तो दफ़्न करना होगा ना.. - Anuup Kamal Agrawal 24 APR 2018 AT 9:19 मुर्दों को जिंदा रखती हैकिताबों में दफ़्न कहानियाँ - Anuup Kamal Agrawal 24 APR 2018 AT 20:04 दफ़्न है सारी इच्छाएँजरूरतों के ताबूत में - Saket Garg 1 DEC 2017 AT 11:45 कुछ अधूरे हसीन जज़्बात, आज दफ़्न कर आयाखड़ा हूँ ज़िन्दा-नफ़स, पर 'ख़ुद को' दफ़्न कर आया- साकेत गर्ग - Ravi Ji 22 MAY 2020 AT 6:09 कई राज दफ़्न हैं उसके सीने में मैंने पूछा था उस रोज़ बातों ही बातों में - Anuup Kamal Agrawal 12 MAY 2018 AT 21:43 तेरी मुट्ठी में जो मिट्टी हैउसी में दफ़्न है जिस्म मेराहुआ करता था जिसमें एक दिलजो धड़कता था तेरे नाम से - Anant 9 FEB 2019 AT 19:25 मैं मिट रहा हूँ क़तरा-क़तरा ज़िन्दगी सेये नज़ारा देख कर भी चुपचाप हो तुममैं कथानक से शब्दों में ढल चुका हूँ अब मुझ में दफ़्न हो चुकी आखिरी जज़्बात हो तुम - ANAMIKA GHATAK 17 FEB 2018 AT 11:14 दफ़्न कर दी गयी है जो भी निशानियाँफैली है सारे जहाँ में उनकी कहानियाँबातें छुपती नहीं बोल जाती है दरो दीवारें भीलहलहा जाती हैं बन फ़स्ल की बालियाँ -