दोहा गीतिका
जिसने माँगा दे दिया,गुरु ने अपना ज्ञान।
शिष्यों का कर्तव्य है, दें उनको सम्मान।।
शिक्षक अपने शिष्य को,शिक्षा देते रोज।
शिक्षा से होता भला, बात यही लो जान।।
ज्ञानी को जग में सदा, मिलता है सत्कार।
ज्ञानी बनते ज्ञान से,इसका लो संज्ञान।।
शिष्य ज्ञान को सीख ले,होती ये गुरु चाह।
अर्जुन जैसे शिष्य से, बढ़ता गुरु का मान
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