Anupama Jha 15 JUN 2019 AT 13:01 पल में "है" को "था" में बदल देता हैज़िन्दगी जीवन व्याकरण कुछ यूँ सबको समझा देता है - Ananiya Kushwaha 15 JUL 2017 AT 14:40 कुछ तो था जो था ही नही।। - अमन विश्वनाथ चौहान 28 NOV 2019 AT 15:25 मरीजें इश्क़ हूँ.. मैंदवा ...दवाई... दवाखाना कहाँ हैं....मरीजें इश्क़ था ...मैंज़ाम....शराब...मयख़ाना कहाँ हैं... - AMONIKA SHUKLA 22 APR 2021 AT 10:59 क्या शक्श था,जिसने कयामत कर दी..!रात भर जागने की मेरी आदत कर दी..!! - nagma khan 9 DEC 2021 AT 11:30 “है” से “था”तक का सफर है “इंसान” काफिर न जाने किस बातकी मगरूरी है। - Rôýäl Röhìllä 19 MAR 2020 AT 8:18 हर तरफ़ दह्स्त का मंजर था... जिसे हम ज़िन्दगी समझते थे उसी के हाथ में खंजर था .. - Abhay Agrahari 19 MAY 2021 AT 18:30 मैं दर दर भटका तलाश में ख़ुद के मिला ना मैं कहीं भी देखा तुझको , आंखे चौंकी तुझमें ही था मैं कहीं ना कहीं खोया तू सब छूटा रूठा मेरा रब भी ज़िन्दगी तन्हा दिल सूना तू मेरी कब थी ? जानू मैं ना जाने तू क्या कहीं ना कहीं कुछ तो नमी थी ना तू बेवफ़ा थी ना मैं बदजुबान बस सारी मेरे दिल की कमी थी बस इस नादान दिल की ! - Raj Maurya 9 DEC 2021 AT 14:13 तुम्हें क्या लगता है कि मैंने कोशिश नहीं की होगी,मैंने वो सब किया जो मैं अपनी तरफ से कर सकता था,पर जब मैं उसे मना कर थक गया,तो मैने खुद को मना लिया... - Anand Pandey 31 AUG 2020 AT 18:34 मैं ख़ैरात में हैरत की तरह तु शबाब में राहत की तरह अगर इश्क़ ही था तो अधुरा फ़साना क्यों था मुकम्मल न था तो तु दीवाना क्यों था । - Pavan Neemroth 8 JUL 2020 AT 14:11 गलत सुना था... की इशक आँखो से होता है,,,दिल तो वो भी ले जाते है ...जो पलकों तक नही उठातें,,😊😊 -