निहारिका नीलम सिंह 22 MAY 2017 AT 13:49 नशा होता शराब में तो अपने लबों से लगा लेतीभूल जाती इस कम्बख्त दुनियां को और तुझे अपने दिल से मिटा देती ...होश में न सही नशे में तोड़ती हर बेड़ियांऔर मोहब्बत के इस फूल को अपनी नफ़रत से राख़ बना देती .... - Ashish Kumar Patel 8 MAR 2020 AT 10:51 जिंदगी एक ऐसा रेगिस्तान हैजहाँ बस उम्मीदें दम तोड़ती है।-AK@पटेल - पंकज कनवाल 27 JUL 2020 AT 15:47 ठुकराए बहुत से ईश्क़ हमने भी सनमबस एक तेरी आशिक़ी के ख़ातिर..आज तू भी यूँ जो दूर है मुझसे तो असर एक हद तक उनकी बातों का होगा। - Kumar Siddharth 30 MAY 2017 AT 14:17 अपनों को जोड़ती है दीवारअपनों को तोड़ती भी है दीवार... -