बताओ कैसे दिल से तुझे मैं आज़ाद कर दूँ,
ये मोहब्बत,इबादत सब तुझे सौगात कर दूँ।
दिन, रात, नीद, ख़्वाब क्या-क्या नहीं खोया,
तू बता क्या बचा है मेरा जो मैं बर्बाद कर दूँ।
लगा कर देख बाज़ी चाहे तू इस जिंदगी की ,
मैं तुझसे हार कर बाज़ी तेरे सर ताज़ कर दूँ।
जानी तो है इस जहाँ से ये जिंदगी "आकाश"
क्यु ना तेरे हाथ से ये जिंदगी भी राख कर दूँ।
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