लफ़्ज़ बने अगर तू तो मैं इक क़लाम हो जाऊँ,
तू मेरे नाम हो जा और मैं तेरे नाम हो जाऊँ!
ये अहसास है क्या ज़रा तुम महसूस तो करो,
बन जाओ अगर राधा तो तेरा श्याम हो जाऊँ!
एक-दूजे के वास्ते अनमोल हैं हम, ये जान लो,
बसा ले दिल में मुझे कि तेरा ईनाम हो जाऊँ!
खाली कैनवास है, इस में ज़रा तुम रंग तो भरो,
बनाओ ऐसा आकर की मैं तेरा चित्रकार हो जाऊँ!
न कर परवाह ज़माने की, बात सुन ले ऐ "तामीन",
बन जा मेरी तू हँसी, मैं तेरी खुशी तमाम हो जाऊँ!
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