QUOTES ON #ठहरा

#ठहरा quotes

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मैं
ठहरा
शब्दों का व्यापारी,
तुम
पढ़ी लिखी
एक बड़े शहर की कुंवारी।

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31 DEC 2019 AT 13:02

कुछ-कुछ तुम-सा निकला यह साल
आया, कुछ पल ठहरा और चला गया

- साकेत गर्ग 'सागा'

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29 NOV 2019 AT 9:58

वक़्त ठहर गया है,
मैं आगे जाऊंगा कैसे?

मैं खुद से नाराज़ हूं,
मैं तुम्हें मनाऊंगा कैसे?

हकीकत बदल गई है,
ख्वाब को समझाऊंगा कैसे?

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15 JUL 2020 AT 22:00

हवा की एक लहर छू कर गुजरी है मानो,
समंदर भी आज ठहरा हुआ सा लगता है।

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17 JUN 2021 AT 23:55

किसी को जाने से रोकना प्रेम नही है!
किसी को जाने ही नहीं देना प्रेम है।

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पहले प्यार का वो एहसास,
बुझी हो ज्यों बरसों की प्यास,

बदला बदला दिन लगता था,
सोती रातों में जगता था,
पल पल खुशियां थीं तब पास!
पहले प्यार...

भूल गया था शिक़वे सारे,
साथी थे तब चाँद सितारे,
सुंदर लगता था आकाश..!
पहले प्यार...

आंखों में था सुंदर चेहरा,
एक लम्हे पर वक़्त था ठहरा,
जीवन था महका मधुमास.!
पहले प्यार...

सिद्धार्थ मिश्र


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9 JUN 2020 AT 1:34

दिल ख़ाली देर तक ठहरा ..भर गया मन

ख़ुद में वीरान रह गए हम
भीड़ में खड़े दर्द का ..एक क़ाफ़िला बन

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12 FEB 2019 AT 14:25

तेरी बाहों का घेरा,
जिसमें दिल था ठहरा..
एक अलग सी मुस्कुराहट,
धडकनों की चहचहाहट..
लगती महफूज़ वो जगह,
थे कभी तुम जीने की वजह..
आज नहीं उन बाहों का घेरा,
पर वक़्त भी अब नहीं ठहरा..

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3 NOV 2016 AT 12:15

जाने किसके इंतज़ार में
किनारा किनारे में है ठहरा
क़ैद में उसके चंचल सागर,
किनारे का है पहरा,

हर लहर कुछ किनारा,
सागर में ले आती,
बदले में कुछ सागर,
किनारे को दे आती

चीखता रहता सागर हमेशा
बना क्यों साहिल बहरा
दोस्त हैं दोनों या दुश्मन हैं
राज है कोई गहरा।

बूँद बूँद सागर का नीला
कण कण साहिल सुनहरा
जाने किस के इंतज़ार में
किनारा किनारे में ठहरा

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22 AUG 2020 AT 16:32

देख रहा हूँ बैठकर, आता जाता सबकुछ
ठहरा जो हाथों में, वही तो है मेरा सबकुछ

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