टूटी फूटी चीजो से समझने
लगे बच्चे
माँ बाप को कबाड़ कहने
लगे बच्चे ,,
घर के आँगन में जवानी गुजारी
बच्चों का लालन पालन किया ,,
कदम ड़गमगाये जब माँ बाप के
बच्चो ने जायजा शहर के
वृद्धाश्रम का लिया,,
अकेले तन्हा कैसे गुजरेगी ये जिंदगी
जब साथ की जरूरत थी
बेटो ने थोगा गैरो के मकां का दिया ,,
दुध का कर्ज मेहनत का फर्ज
बेटे ने वृद्धाश्रम भेज कर पूरा किया,,
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