तेरे बदलते ही मुझे ये एहसास हो गया,
हाँ, तू दूर हुआ, पर दिल के और पास हो गया।
तेरी बाँहों का एहसास अब भी है बाकी,
कि जैसे बदन पर एक प्यारा सा लिबास हो गया।
अब तो जीवन भर पलभर को भी तू दूर नहीं,
तू तो जाता रहा पर साँसों में तेरा आभास हो गया।
तुझे जाते हुए देखकर भी रोयी नहीं आँखें,
हाँ, तू मेरा न रहा, पर मेरा कोई ख़ास हो गया।
तूने जाते हुए पलटकर मेरी आँखों में यूँ देखा,
कि युगों बाद जैसे फिर से महारास हो गया।
सितारे भी अब तो पूछते हैं तेरी मेरी कहानी,
उन्हें क्या बताऊँ कि ये मिलन तो यूँही अनायास हो गया।
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