प्यासे पक्षी तरस रहे हैं, शीत जल की तलाश में
भटक रहे हैं कोने-कोने, बुझाने अपनी प्यास वे!!
गर्मी से बेहाल हैं वो, थके हारे निराश हैं वो
भटक रहे हैं कोने-कोने, बुझाने अपनी प्यास वो!!
मानव का कर्तव्य है ये, प्यासा ना उनको रहने दे
झुलसाने वाली गर्मी में, शीत जल अर्पित करें!!
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