गोरयां सोलह सीणगार करें।
ईसर गिणगौर जिमावै अर मनुहार करें।
सोळा दिन रे त्यौहार माथै टिंका टपला हर बार करे।
गिणगोरयां रा गीतां माथे ईसर पार्वती जी रा गुणगान करें।
हगळा राजस्थान माँय सवारी निकाळे अर मेंळा भरे।
गल्वाण्या गुलगुला रे सागे घेवर फीणी रा पकवान बणे।
गिणगोरयां बोला्यां रे पाछे चार मिहणा त्योहारां री उडीक करें।
आप सगळा न गिणगोरयां (तीज) री मोकळी बधायाँ-
8 APR 2019 AT 10:27
13 DEC 2018 AT 22:48
आँखें भर देखता हूँ तुम्हें, तसव्वुर लगती हो,
नज़रें मिला शर्मा जाती हो, जयपुर लगती हो।-
12 DEC 2021 AT 10:06
चला एक बार फिर गुलाबी शहर,
कुछ यादों की डगर लिए।
बदलते हुए इस मौसम में,
फिर एक नई मौसिमी सुबह लिए।-
17 SEP 2019 AT 10:37
🌸जलमहल🌸✔ 👉 अपना जयपुर
आज फिर तेरी याद आयी
तेरी तरह फिर से कोई अजनबी आई है मोहल्ले में किरायेदार बनकर!!😍-
3 APR 2020 AT 2:37
लहज़े और अल्फाजों का बदलाव, , ,बेवफ़ाई का अंदेशा होने लगा है,,,।
अब वो बात नहीं करता रातों में, साथी बहुत जल्दी सोने लगा है,,,।
जागता रहता हूं में रातों में, अंधेरी गहराइयों में डूबा सा,,।
सोचता हूं कमी क्या थी,किसके सपनों में वो खोने लगा है,,,।-
18 APR 2020 AT 9:12
घर पर बनाई हुई स्वादिष्ट पतासी 😋😋 👌👌
कोई बिरला ही होगा जिसको पसंद नहीं हो ये😅😅-