Ankur Thakar 5 NOV 2020 AT 10:41 कुछ गेसुओं से टूटे कुछ जुबां से फिसले ना जाने किनते अरमां तेरी आँखों से निकले. वफ़ा के कागज काले और नेकी में जाले ना जाने किनते किस्से यहाँ बेवफा निकले. जज्बातों के सवाल और भीड़ के बवाल उलझे रहेमेरे सिक्के भी तेरी तरहा सब दफा निकले - रद्दी काग़ज़ 22 NOV 2020 AT 11:58 गर तुम ना समझो जज़्बात मेरेतो रद्दी हैं तमाम अल्फ़ाज़ मेरे; - Amol Gade 19 JUN 2018 AT 9:03 ऐ जिंदगी, अब कोई ऐसा ही ख़्वाब दिखाना जो पूरा हो। - Amol Gade 31 AUG 2018 AT 16:38 कांटे चुभने पर फ़ौजी ने मुस्कुरा दिया,शायद वो कांटों के जज़्बात समझ गया,न जाने फूलों को महफूज़ रखने में उन्होंने कितनी गालियां खाई होगी। - AASHIYA SUMAN( Jaan ) 19 NOV 2021 AT 8:53 बर्फीली सी उस रात में,,, इश्क की बरसात हुई ,,,जब मेरे महबूब ने,,, खुद को मेरा हकदार कहा!! - AASHIYA SUMAN( Jaan ) 29 SEP 2021 AT 9:27 उस,, बेहिसाब दर्द में आपका नाम लेनाहमारी जु़बां ने ,,खुद ही सीख लियापर ,, सुकून ज़रूर ही पा लेते हमजब आपके,, हर आराम में हमारा ,,होता ज़िक्र!!; - चुन्नू बाबू 11 APR 2020 AT 2:50 जज़्बात यदि मोहब्बत को बढ़ाती है, तोजज़्बात ही व्यापक "क़यामत" भी लाती है। - AASHIYA SUMAN( Jaan ) 28 SEP 2021 AT 10:02 जल्दी सोना मेरी मजबूरी है,,, समझाऊं कैसे ,,इस दुनिया को उनसे ,मिलना होता है ख्वाबों में रोज वरना वो ,, नाराज हो जाते हैं - Navya Saxena 14 MAY 2021 AT 20:15 शब्द हज़ार मिले मुझे लिखने को,हर शब्द से कर दिए बयां जज़्बात को।पर ना मिल सकें ऐसे कोई शब्द मुझे,जोड़ कर जिन्हें कर सकूं बयां शब्दों में मां- बाप को।। - AASHIYA SUMAN( Jaan ) 23 SEP 2021 AT 10:46 जो क़रार अकेलापन देती हैसुकून कहां वो भीड़ में,,,!! -