Neelima Chaudhary 16 MAY 2018 AT 16:35 जब भी कहीं मोहब्बत का ज़िक्र छिड़ा है तंज़ हमें तेरे नाम का ही मिला है... shree💕 - Karan Gangwar 27 SEP 2020 AT 23:46 छू गया जब कभी ख़्याल तेरा,दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,और घर देर तलक महकता रहा.! - Sunil Verma 16 MAY 2018 AT 16:38 होती अगर मोहब्बत बादल के साये की तरह..तो मै तेरे शहर मे कभी धूप ना आने देता ...!!! - Dr. Smrati Kulshreshtha 30 APR 2021 AT 19:47 छू गया जब दिल को ख्याल तेरा,दिल मेरा धड़कता रहा।तेरा ज़िक्र क्या छिड़ा,मेरा घर देर तक महकता रहा।❤️ -