ये इश्क़ है जनाब इसे हल्के में मत लेना
ये आँखों से उतरकर दिल में डाका डालता है,
फिर लूट जाये चाहे चैन-ईमान ,अपने महबूबा के एक मुस्कान ख़ातिर,
दुनिया में तो है बहत से लोग पहचान मे
मगर इश्क़ में ये दिल सिर्फ़ उसको ही पहचानता है,
दुनियावाले कुछ बोले उसके बारे में,फर्क़ नहीं पड़ता इसे
ये दिल जब इश्क़ में हो जनाब,
तो ये कहां किसी का कहा मानता है...
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