QUOTES ON #चील

#चील quotes

Trending | Latest
20 AUG 2020 AT 8:59

जेष्ठ आषाढ रीते बीते, सावन की रिमझिम भी खाली है,
तुम आजाओ तो मौसम बदले की बारिश आनेवाली है!

पीक मयूर की जोरो से, आवाज बटेर की जोड़ी से है,
आनेवाला है घर कोई उनके की बारिश आनेवाली है!

गौरेया करे धूल में अठखेली चींटी अंडे लेकर चलती है,
आजाओ मेरे घर की छत नीचे की बारिश आनेवाली है!

अमलतास के झूमर खिले, महुवा पत्तियों से लकदक है,
जिंदगी कर भी दो तुम हरीभरी की बारिश आनेवाली है!

ऊंचे आकाश में उड़ान चील की, जोंक पानी के ऊपर है,
दिल का आँगन है तुमबिन सूना की बारिश आनेवाली है!

दूर्वा गर्मी में भी थी हरीभरी, टीटोड़ी टीले पर आ गई है,
अपना घर है सब से सुरक्षीत की बारिश आनेवाली है!

संकेत देते ये मुझे तसल्ली की अब तुम मान भी जाओ, _Mr Kashish
लौट आओ अब "राज" के घर की बारिश आनेवाली है!

-


12 NOV 2020 AT 21:33

मैं देखता रहता हूँ तेरी आँखों में
यार अच्छी लगती है ये झील मुझे

अपनी आँखों की एक तस्वीर दो
मिल गई लगी दीवार में कील मुझे

यूँ नोच ना ले जाए तेरी आँखों को
मारने पड़ेंगे आसमाँ के चील मुझे

ये कैसी सज़ा है तुझे ताकने की
क्यूँ बैठा दिया दूर कई मील मुझे

हो काला काजल काली आँखों में
फिर कहाँ अच्छे लगते नील मुझे

दिल है के तेरी आँखें हँसती देखूँ
दिखनी ना चाहिए कभी सील मुझे

-


17 SEP 2020 AT 0:23

"अपनी जिन्दगी को अपने हिसाब से जीना सीखो ।
अगर दुनिया की बातो को सुनोगे
तो ये दुनिया तुम्हें चील-कौवौ की तरह
नोच-नोच कर खा जाएगी
और ना जीने देगी और ना ही मरने देगी "।

-


29 MAR 2021 AT 14:12

दाढ़ी मूँछें उसकी चहरे पर पूरी हैं
मर्द है भई...मुँह छिपाना ज़रूरी है!

माँ बहन की सबकी इज़्ज़त बचाने
देता रहा ज़िम्मेदारी से पहरेदारी हैं।

तमीज़ों में बाँधी बद्तमीज़ी से बचाई
यूँ ही थोड़े ना empower हुई नारी है!

लगन कर ले आएगा अबला लुगाई
हैं बूढ़े माँ बाप नौकरानी ज़रूरी है।

बिकती है कोठों पे इज़्ज़त सुना है
खरीद लेना! थोड़ी होना ज़रूरी है।

-


13 JUL 2019 AT 1:03

☘ "उस दिन" ☘

रात थी , ज़ाम था 🍺
महफ़िलो का इंतज़ाम था
यूंही नहीं...
...💔 दर्द था 💔
बससँ .. में तो सरे आम बदनाम था
--- क्योंकि
'उस दिन' ..
उसकी ज़बाँ पे किसी और का नाम था !!!
🎭🎭🎭

-


25 APR 2020 AT 14:34

कुछ कर के दिखाना है , तो
इन गद्दारों का साथ छोड़ दो ।।

चील के तरह उड़ना है , तो
अपने पंखों को ज़रा खोल लो ।।

इस बंजर ज़मीन को छोड़ दो , और
आसमान में एक लंबी उड़ान भरलो ।।


-


17 DEC 2017 AT 23:13

गर चील सी नजर होती मेरी,
तो रोज देखता तुझे कोसो मील दूर से।

पर ना तू मेरा शिकार है और ना मुझे पर है।

-


22 SEP 2021 AT 18:12

शाम का पहरा था
आसमाँ में उड़ती चील ने
आ घेरा था
ये कैसा पहरा था
उसे देख डर का कहर
कुछ ज्यादा था
सिंदूरी शाम का
अपना ही अलग नज़ारा था
हमें देख उसके पास
हँसने के अलावा
न कोई चारा था
ये कैसा नज़ारा था
जो किसी के ख़ौफ़ पे
आ किया बसेरा था
लगता है उसका एक
इशारा था
जो हमारी समझ में
आया था
यूँ न अपना वक्त जया कर
घर जाकर कुछ काम कर
मैं तुझसे मिलने फिर
आ जाऊँगी
अपनी जिम्मेदारी का
कुछ तो ध्यान कर

-


28 AUG 2020 AT 12:15

किस्मत कायनात को कोसे अब इतने भी नादान नहीं
चिड़ियों के पंखों पर तो चील बाजों की नज़र उसके जन्म से टिकी थी
इसलिए क़िस्मत कायनात को कोसे अब इतने भी नादान नहीं

-


1 OCT 2020 AT 19:21

सुनो ...
याद रखो..
वो तुम पर गिद्ध की नजर गड़ाए रहेंगे
तुम चील की तरह तेज रहना...
वो तुमको नोचें उससे पहले.... तुम झपट्टा मार देना
तुम्हारी परवाज़ ज्यादा है उनसे..
बस उसे इस्तेमाल करो...
अपनी आत्मरक्षा के गुर अपनाओ...
वो तुम पर हाथ डाले... उससे पहले.... उनका सर काट के अपने कदमों में डाल दो...

#मन_चकरी
@smile_priti

-