हे ईश्वर,या अल्लाह, ओ जीसस सुन वाहे गुरु !
कहां रही प्रार्थना में कमी,करें कहां से शुरू?
कर जोडूं,करूं सजदा,प्रेयर के साथ मत्था भी टेकू
आवाज़ न पहुंच रही तुझ तक ऐसा लग रहा मुझको?
हिंदू ने करी गलती,या करी मुस्लिम ने
ईसाई ने न माना या न माना कोई
सिख ने।
बंदे हैं तेरे सब ही ,तेरे सामने हैं बौने
अब तो रह गए सब तेरे हाथ के
खिलौने
भर तू ऐसी चाभी,पटरी पे आए ये संसार
माफ कर हमे तू पार लगा अब मझधार🙏🏼
अनिता शर्मा**त्रिवेणी**
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