#चलो चले कहीं 😍
चलो चले कहीं दूर इन सब से कहीं ,
चलों चले कहीं दूर इन सब से कहीं क्या पता कल मिलूं की नहीं ,
बातें करो ना मुझसे पकड़ कर हाथ मेरा ,
अरे बातें करो ना मुझसे पकड़ कर हाथ मेरा क्या पता ये लम्हा फिर मिलें के नहीं ,
साथ रहना और छोड़ना नहीं हाथ और कभी जाना नहीं ,
सच बताऊं की मैं तुम्हें छोर किसी और को चाहता भी तो नहीं ,
कुछ है ऐसे हालात और कुछ वक़्त है उदास ,
तुम से मोहब्बत बहुत है पर कैसे करूं इजहार ये समझ आता ही नहीं अगर आता तो तुमसे कभी छुपाता नहीं ,
अब बोल चुका हूं बहुत अब कुछ बोलूंगा नहीं ,
दोस्ती हैं हमारे बीच कहीं टूट ना जाए कहीं ,
अगर सपने में भी खोता हूं तुम्हें आंसू आ जाया करते हैं रुकते क्यों नहीं ,
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